GRE

GRE General Test क्या होता है और विदेशी कॉलेज / यूनिवर्सिटी में admission के लिए क्यों जरूरी है?

By Hindimaterials

Full Form

GRE का फुल फॉर्म Graduate Record Examination होता है। इसे ETS (Educational Testing Service) द्वारा कन्डक्ट करवाया जाता है।

GRE स्कोर की मान्यता

विश्व के लगभग 180 देशों के कॉलेज और यूनिवर्सिटी, Admission देने से पहले GRE स्कोर को देखते हैं और GRE टेस्ट को क्वालिफाईंग Examination मानते हैं।

शैक्षिक योग्यता

ETS के द्वारा GRE General Test के लिए कोई विशेष योग्यता निर्धारित नहीं की गई है। इस टेस्ट में भाग लेने के लिए कोई भी छात्र योग्य है।

डाक्यूमेंट्स

GRE टेस्ट के लिए कई सारे डाक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होती है। छात्रों को अपनी पहचान सिद्ध करने के लिए Original Passport रखना अनिवार्य है।

परीक्षा का आयोजन 

इस परीक्षा का आयोजन पूरे साल होता है। तिथि की घोषणा ETS द्वारा पहले ही कर दी  जाती है। किसी छात्र को दो परीक्षाओं के बीच 21 दिन का अंतर रखना पड़ता है। 

GRE स्कोर की वैधता अवधि 

GRE स्कोर की वैधता अवधि केवल पाँच साल की  होती है। इस अवधि की गणना परीक्षा की तिथि के बाद से की जाती है।

GRE Test फॉर्मेट 

यह परीक्षा तीन फॉर्मैट में ली जाती है.

1. कंप्युटर आधारित        GRE टेस्ट

2. पेपर आधारित GRE      टेस्ट

3. GRE होम टेस्ट

GRE परीक्षा केंद्र

लगभग पूरे भारत में GRE टेस्ट के लिए परीक्षा केंद्र बनाए जाते हैं। ये परीक्षा केंद्र भारत के 20 से भी अधिक शहरों में बने होते हैं।

GRE परीक्षा पैटर्न

GRE परीक्षा को तीन मुख्य Sections में बांटा गया है. 

1. Analytical Writing      Section

2. Verbal Reasoning      Section

3. Quantitative       Reasoning Section

आवेदन शुल्क

भारतीय छात्रों के लिए आवेदन शुल्क 213 अमेरिकी डॉलर है। इसके अलावा Special Handling Requests शुल्क भी होता है जो 25 डॉलर से लेकर 50 डॉलर तक है।

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