पृथ्वी के वायुमंडल और समुद्र के औसत तापमान में होने वाली वृद्धि को ग्लोबल वार्मिंग यानि वैश्विक तापन कहा जाता है।
ग्रीनहाउस गैसें
जिन गैसों के कारण ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि हो रही है उन्हें ग्रीनहाउस गैसें कहा जाता है। प्रमुख ग्रीनहाउस गैसें- कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, फ्लोराइड युक्त गैसें
कार्बन डाइऑक्साइड
यह एक महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैस है जिसकी सांद्रता औद्योगिक गतिविधियों से पहले 280 ppm के आसपास थी जो अब बढ़कर लगभग 415 ppm हो गयी हैI
मीथेन (CH4)
यह CO2 के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैस है। मानव निर्मित Global Warming का लगभग 25%, मीथेन उत्सर्जन के कारण हो रहा हैI
नाइट्रस ऑक्साइड
यह पृथ्वी के वायुमंडल में प्राकृतिक रूप से पाया जाता हैI नाइट्रस ऑक्साइड को “हास्य गैस” के रूप में भी जानते हैंI इसके अणु औसतन 114 साल तक वायुमंडल में रहते हैं।
फ्लोराइड युक्त गैसें
इनमें प्रमुख हैं- क्लोरोफ्लोरोकार्बन, हाइड्रोफ्लोरोकार्बन, परफ्लूरोकार्बन, सल्फर हेक्साफ्लोराइड आदि।
फ्लोराइड युक्त गैसों का उत्सर्जन
अन्य ग्रीनहाउस गैसों के विपरीत फ्लोराइड युक्त गैसों का कोई प्राकृतिक स्रोत नहीं है और ये केवल मानवीय गतिविधियों से ही उत्सर्जित होती हैं।