International Tiger Day 2022

International Tiger Day 29  जुलाई 2022 को मनाया जा रहा है। जानें इसका  इतिहास और महत्व

हर साल International Tiger Day मनाने का मुख्य उद्देश्य होता है- बाघों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना।

आज पूरे विश्व में सबसे अधिक बाघों की संख्या भारत में है। भारत में इनकी संख्या लगभग 3000 है जबकि पूरे विश्व में यह संख्या लगभग 4500 है।

बाघ संरक्षण के लिए सन 1973 में Project Tiger लॉन्च किया गया। इसके बावजूद भी 2010 में हमारे देश में बाघों की संख्या केवल 1700 रह गई थी।

2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें 29 जुलाई को  International Tiger Day के रूप में मनाने की घोषणा की गई।

इस सम्मेलन में भाग लेने वाले देश थे - भारत, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, नेपाल, रूस, थाईलैंड और वियतनाम

1910 से लेकर 2010 तक बाघों की संख्या एक लाख से घटकर मात्र 3500 हो चुकी थी। साथ ही उनका निवास 2000 से 2010 तक 40 प्रतिशत सिकुड़ गया था।

नवीनम बाघ गणना के अनुसार भारत में बाघों की संख्या 2,967 है, जो पूरे विश्व में पाए जाने वाले बाघों की संख्या का लगभग 70 प्रतिशत से अधिक है।

अब तक के सबसे बड़े बाघ गणना के रूप में भारत का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी दर्ज कराया गया है।

जब साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया था तो उस समय भारत में सिर्फ 9 टाइगर रिजर्व थे, जिनकी संख्या आज बढ़कर 52 हो गई है।

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