किन वस्तुओं का दान करना शुभ होता है?
मकर संक्रांति 2024
सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं।
संक्रांति
मकर संक्रांति के पर्व को उत्तरायण भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं।
उत्तरायण
मकर संक्रांति के दिन लोग गंगा स्नान करते हैं और सूर्यदेव की उपासना करते हैं । साथ ही इस दिन व्रत, कथा और दान करने का विशेष महत्व है।
सूर्य पूजा
कई जगह मकर संक्रांति के पर्व को खिचड़ी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन लोग अपने घरों में उड़द की दाल और चावल की खिचड़ी बनाते हैं।
खिचड़ी
इस दिन तिल के दान का विशेष महत्व है और इसीलिए इसे तिल संक्रांति भी कहते हैं। साथ ही भगवान विष्णु, सूर्य और शनिदेव की पूजा तिल से की जाती है.
तिल का दान
मकर संक्रांति के दिन गुड़ के दान करने का भी बहुत महत्व है। इसलिए इस दिन हम सबको गुड़ के दान के साथ सेवन भी करना चाहिए।
गुड़ का दान
मकर संक्रांति के दिन घी और तेल का भी दान किया जाता है। तेल के दान करने से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है।
घी का दान
इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को नए वस्त्र और नए कंबल दान करने चाहिए। कभी भी पुराने वस्त्र दान ना करें।
कंबल का दान
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